एक मजाक
देश की आर्मी, नौसेना, वायूसेना, पुलिस फोर्स अर्धसैनिक बल, प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी,और अन्य सुरक्षा से जुड़े हुए संस्थान, बैंक कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, शहर के प्रबंधक कर्मचारी, पूरे चिकित्सा सबंधित अधिकारी और कर्मचारी।
देश के आतंकी मुसलमान, हजारों की तादात में देशद्रोही सम्पूर्ण बंद के उलांघनार्ता।
गरीबों को बड़े भावुकता पूर्वक खाना बनाने और जगह जगह बांटने वाले और लाखों की तादात में भीड़ लगाकर मुफ्त मैं पेट भरने वाले।
इस के अलावा और भी हजारों लोग हैं, जैसे हजारों में असली और नकली समस्त मीडिया कर्मी, जोपद पट्टी में रहने वाले अनियंत्रित निवासी।
यह सब देश के वर्ग घरों के बाहर खुलेआम घूम रहे हैं।
अब यह बताओ मूर्ख देशवासियों घर के अंदर कोन है, वोही मरीज, लाचार, निकम्में जिनकी प्रतिरोधक क्षमता या तो बहुत कम है, अब सुरक्षित व्यवस्था मैं रहकर बिल्कुल ख़तम हो जाएगी। मजबूर निजी संस्थानों में नौकरी करने वाले। बस यही लाचार देश का मिडिल क्लास।
देश वासी या तो सम्पूर्ण भारत बंद पूरी तरह करो।आतंकी मुसलमान और उलंघनकरताओं को कठोर से कठोर,सख्त से सख्त सजा दो। इन देश का मजाक बनाने वाले देशद्रोहियों को जिंदगी में कोई सरकारी अथवा निजी लाभ से अलग और वंचित कर,इन मैं कोई भी कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित हो, सरकारी उपचार का लाभ बिल्कुल मत दो।
देश के आतंकी मुसलमान, हजारों की तादात में देशद्रोही सम्पूर्ण बंद के उलांघनार्ता।
गरीबों को बड़े भावुकता पूर्वक खाना बनाने और जगह जगह बांटने वाले और लाखों की तादात में भीड़ लगाकर मुफ्त मैं पेट भरने वाले।
इस के अलावा और भी हजारों लोग हैं, जैसे हजारों में असली और नकली समस्त मीडिया कर्मी, जोपद पट्टी में रहने वाले अनियंत्रित निवासी।
यह सब देश के वर्ग घरों के बाहर खुलेआम घूम रहे हैं।
अब यह बताओ मूर्ख देशवासियों घर के अंदर कोन है, वोही मरीज, लाचार, निकम्में जिनकी प्रतिरोधक क्षमता या तो बहुत कम है, अब सुरक्षित व्यवस्था मैं रहकर बिल्कुल ख़तम हो जाएगी। मजबूर निजी संस्थानों में नौकरी करने वाले। बस यही लाचार देश का मिडिल क्लास।
देश वासी या तो सम्पूर्ण भारत बंद पूरी तरह करो।आतंकी मुसलमान और उलंघनकरताओं को कठोर से कठोर,सख्त से सख्त सजा दो। इन देश का मजाक बनाने वाले देशद्रोहियों को जिंदगी में कोई सरकारी अथवा निजी लाभ से अलग और वंचित कर,इन मैं कोई भी कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित हो, सरकारी उपचार का लाभ बिल्कुल मत दो।
कुछ तो उदहारण अनुशासन का पालन और अनुशासनहीनता वालों का देश को पेश तो करो।
अच्छे और खराब का देश को फरक तो बताओ। बस चुप रहना हर विकल्प मैं तो नहीं चलेगा।
जो भी सरकारी तौर से बाहर है उनको हर सुरक्षा सामग्री दो। वरना यह रेत मैं अपना सिर गुसा, हम को घर में बंद करके रखना ख़तम करो।
अच्छे और खराब का देश को फरक तो बताओ। बस चुप रहना हर विकल्प मैं तो नहीं चलेगा।
जो भी सरकारी तौर से बाहर है उनको हर सुरक्षा सामग्री दो। वरना यह रेत मैं अपना सिर गुसा, हम को घर में बंद करके रखना ख़तम करो।
कोरोनावायरस कोई पंछी नही है, के उड जाएगा, जब आप बाहर निकले,तब क्या होगा किसी को मालूम नहीं है।
कोबरा
कोबरा
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